केंद्र सरकार ने सेना के जवानों के लिए कैंटीन भंडारण विभाग (CSD) की सुविधा दी है। जहां बाजार के मुकाबले काफी सस्ता सामान जवानों को उपलब्ध कराया जाता है। हम आम बोलचाल की भाषा में CSD को आर्मी कैंटीन भी कहते हैं। लोगों के मन में यह सवाल अक्सर उठता है कि आखिर आर्मी कैंटीन में सामान इतने सस्ते दामों पर कैसे मिल जाता है। चलिए आज हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे। आइए शुरू करते हैं…
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आखिर आर्मी कैंटीन में क्यों मिलता है इतना सस्ता सामान? जानें क्या है इसके पीछे की खास वजह
सब्सिडी वस्तुएं: आर्मी कैंटीन वस्तुएं सरकार द्वारा सब्सिडी पर प्रदान की जाती हैं। इसका मकसद फौजी और उनके परिवार के लिए उचित और सस्ते वस्तुएं उपलब्ध करवाना है। सब्सिडी के कारण सामान की कीमतें आम बाजार से कम होती हैं।
टैक्स और शुल्क: आर्मी कैंटीनों के सामान को शून्य अथवा कम टैक्स दर पर खरीदा जाता है जो कि उसे सस्ते बनाता है। इसके अलावा, खुद आर्मी कैंटीन को किसी अन्य व्यापारिक स्थान की तरह व्यापारिक कर नहीं पाने की वजह से उसे कुछ अतिरिक्त शुल्कों से बचाया जाता है।
विशेष भागीदार: आर्मी कैंटीन की प्रबंधन में खुद फौजी ही शामिल होते हैं जो कि सैन्य अधिकारियों के द्वारा संचालित होते हैं। इसलिए, उन्हें काम कराने और विभिन्न आयोजनों के लिए समर्पित कराने का अधिकार होता है जिससे वह अन्य व्यापारिक स्थानों की तुलना में सस्ते मूल्यों पर सामान प्रदान करते हैं।
कम लाभ का मकसद: आर्मी कैंटीन के माध्यम से लाभ कमाने का उद्देश्य नहीं होता। इसका मुख्य उद्देश्य फौजी और उनके परिवार के लिए आवश्यक वस्तुएं सस्ते रेट पर उपलब्ध कराना होता है, जिससे उनकी जीवन शैली और उनके परिवार का खर्च कम हो सके।
इन कारणों से आर्मी कैंटीन में सस्ता सामान मिलता है और इसलिए यह एक महत्वपूर्ण सेवा है जो भारतीय सेना के जवानों और उनके परिवारों को समर्थन प्रदान करती है।
जानें क्या-क्या मिलता है आर्मी कैंटीन
खाद्य और बेवरेज: आर्मी कैंटीन में खाद्य और बेवरेज विक्रय के लिए विभिन्न विकल्प मिलते हैं, जैसे कि दूध, चाय, कॉफी, नमकीन, बिस्किट, मद्यपानी, शराब, स्नैक्स, नमकीन आदि।
ग्राहक की आवश्यकता के अनुसार स्थानीय खासियत वाले विकल्प: आर्मी कैंटीन आम तौर पर उस क्षेत्र की स्थानीय खासियत वाले विभिन्न विकल्प प्रदान करते हैं, जो कि विशेष भोजन और ग्राहक की पसंद के अनुसार होते हैं।
गृहिणी वस्त्र: आर्मी कैंटीन में समृद्ध वस्त्र भंडार होता है, जिसमें समृद्ध रूप से ब्रांडेड और अनब्रांडेड वस्त्र शामिल होते हैं। यहां पर फॉर्मल और कैजुअल वस्त्र दोनों के विकल्प मिलते हैं।
स्वास्थ्य सम्बंधी वस्तुएं: आर्मी कैंटीन में स्वास्थ्य सम्बंधी उत्पादों जैसे कि एंटीसेप्टिक दवाएं, एनर्जी ड्रिंक्स, प्रोटीन सप्लीमेंट्स, मल्टीविटामिन टैबलेट्स, और दवाएं आदि भी मिलती हैं।
स्टेशनरी और किताबें: आर्मी कैंटीन में स्टेशनरी उत्पादों, नोटपैड, पेंसिल, पेन, रबड़, तुच्छक्कर, किताबें, खेल-खिलौने, आदि का भी विक्रय किया जाता है।
इलेक्ट्रॉनिक उपकरण: कुछ आर्मी कैंटीनों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी उपलब्ध होते हैं, जैसे कि मोबाइल फोन, टैबलेट, और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण।
कितना भी सामान खरीद सकते हैं?
दरअसल, पहले आर्मी कैंटीन के कार्ड से कोई भी सामान खरीद सकता था और कितना भी सामान ले सकते थे. इस वजह से सुविधा प्राप्त करने वाले व्यक्ति के साथ उनके रिश्तेदार, दोस्त आदि भी एक कार्ड से कैंटीन से सामान लेते थे. हालांकि, अब कुछ सामान पर कुछ लिमिट तय कर दी गई है और उस लिमिट के आधार पर ही सामान खरीद सकते हैं. जैसे साबुन या खाने के सामान की एक लिमिट है और हर महीने या साल में उतना ही सामान खरीदा जा सकता है.
कितना सस्ता मिलता है?
अगर सामान पर मिलने वाले डिस्काउंट या सब्सिडी की बात करें तो इसका कोई फीक्स पर्सेंटेज नहीं है. यह टैक्स के आधार पर निर्धारित होता है कि किस सामान पर कितना डिस्काउंट मिलेगा. आर्मी कैंटीन में टैक्स में छूट मिलती है और टैक्स में करीब 50 फीसदी की छूट मिल जाती है. जैसे किसी सामान पर 18 फीसदी टैक्स लग रहा है तो उसपर करीब 9 फीसदी टैक्स ही लगेगा. यानी टैक्स आधा लगता है, जिससे सभी सामान सस्ते मिल जाते हैं. सरकार जीएसटी कर में 50 प्रतिशत की छूट देती है. जीएसटी की अधिकतम दरें 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत हैं.
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